Pune में भारी बारिश के बाद बाढ़, स्कूल बंद, 3 लोग करंट से मरे


पुणे में भारी बारिश के बाद उत्पन्न हुई बाढ़ की स्थिति को देखते हुए, उपमुख्यमंत्री अजीत पवार ने जिला प्रशासन को सतर्क रहने का निर्देश दिया है। उन्होंने यह सुनिश्चित करने के लिए कहा है कि सभी आवश्यक कदम उठाए जाएं ताकि स्थिति को नियंत्रित किया जा सके और लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।

इसके साथ ही, पुणे के कलेक्टर सुहास दिवासे ने भी निवासियों से अपील की है कि वे घर के अंदर ही रहें और अनावश्यक रूप से बाहर न निकलें। उन्होंने जनता को सचेत रहने और प्रशासन के दिशा-निर्देशों का पालन करने की सलाह दी है। अधिकारियों ने बाढ़ के कारण प्रभावित क्षेत्रों में रहने वाले लोगों को सुरक्षित स्थानों पर स्थानांतरित करने के लिए सभी आवश्यक प्रबंध किए हैं। प्रशासन ने बचाव कार्यों के लिए सभी संसाधनों को तैनात किया है ताकि प्रभावित लोगों को जल्द से जल्द राहत पहुंचाई जा सके।

भारी बारिश और बाढ़ के कारण शहर के कई इलाकों में जलभराव हो गया है, जिससे जनजीवन प्रभावित हुआ है। स्कूलों को बंद कर दिया गया है और बिजली की आपूर्ति बाधित होने के कारण कई इलाकों में करंट लगने की घटनाएं भी सामने आई हैं। प्रशासन लोगों से अपील कर रहा है कि वे सुरक्षित स्थान पर रहें और किसी भी आपात स्थिति में हेल्पलाइन नंबर पर संपर्क करें।


खड़कवासला बांध भारी बारिश के कारण अपनी पूर्ण क्षमता तक भर गया है। इस स्थिति को देखते हुए प्रशासन ने मुठा नदी के किनारे बसे निवासियों के लिए अलर्ट जारी किया है। बांध के भर जाने से संभावित बाढ़ का खतरा बढ़ गया है, जिससे प्रशासन ने लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी है।

पुणे के कलेक्टर सुहास दिवासे ने कहा है कि खड़कवासला बांध से पानी छोड़ा जाएगा, जिससे मुठा नदी का जलस्तर तेजी से बढ़ सकता है। इस स्थिति में नदी के किनारे बसे गांवों और शहर के हिस्सों में जलभराव की संभावना है। प्रशासन ने निवासियों को सावधानी बरतने और सुरक्षित स्थानों पर स्थानांतरित होने की सलाह दी है।

आपातकालीन सेवाओं को तैनात कर दिया गया है और राहत कार्यों के लिए टीमों को तैयार रखा गया है। प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि वे अफवाहों पर ध्यान न दें और प्रशासन के दिशा-निर्देशों का पालन करें। अधिकारियों ने संभावित बाढ़ के क्षेत्रों में रहने वाले लोगों को तुरंत अपने घरों को छोड़कर सुरक्षित स्थानों पर जाने का निर्देश दिया है।

इसके अलावा, प्रशासन ने हेल्पलाइन नंबर जारी किए हैं ताकि लोग आपात स्थिति में सहायता प्राप्त कर सकें। खड़कवासला बांध से पानी छोड़े जाने के समय और उसके संभावित प्रभाव के बारे में भी लोगों को सूचित किया जा रहा है। सुरक्षा के मद्देनजर, प्रशासन ने स्कूलों और कार्यालयों को भी बंद करने का फैसला किया है।

स्थिति की गंभीरता को देखते हुए, प्रशासन ने लगातार निगरानी रखने के निर्देश दिए हैं और लोगों को पानी की धाराओं से दूर रहने की सलाह दी है। बचाव कार्यों में तेजी लाने और संभावित आपदाओं से निपटने के लिए सभी आवश्यक उपाय किए जा रहे हैं।

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