2025: अमेरिकी सेमीकंडक्टर उद्योग की हलचल भरी यात्रा — एक वैज्ञानिक और समसामयिक विश्लेषण
2025 अमेरिका के सेमीकंडक्टर (Semiconductor) उद्योग के लिए अत्यधिक नाटकीय और रणनीतिक दृष्टि से निर्णायक वर्ष रहा है। सेमीकंडक्टर तकनीक न केवल आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) की रीढ़ बन चुकी है, बल्कि यह वैश्विक व्यापार, सुरक्षा और भू-राजनीति का केंद्रबिंदु भी बन गई है।
जनवरी: शुरुआत के संकेत
जनवरी 6: एंथ्रॉपिक (Anthropic) के सीईओ डारियो अमोडेई ने वॉल स्ट्रीट जर्नल में एक ओप-एड के माध्यम से अमेरिकी AI चिप एक्सपोर्ट नियंत्रणों का समर्थन किया। उन्होंने चीन की AI प्रगति में रुकावट का कारण इन नियंत्रणों को बताया।
जनवरी 13: राष्ट्रपति जो बाइडेन ने अपने कार्यकाल के अंतिम सप्ताह में अमेरिकी AI चिप्स के निर्यात को तीन स्तरों (Tier 1-3) में वर्गीकृत करने वाले आदेश का प्रस्ताव रखा।
जनवरी 27: चीन की AI स्टार्टअप डीपसीक (DeepSeek) ने R1 "reasoning" मॉडल का ओपन-सोर्स वर्जन जारी किया, जिससे अमेरिकी तकनीकी समुदाय में हलचल मच गई।
फरवरी: निर्माण में ठहराव और नई राजनीतिक माँगें
फरवरी 3: सीनेटर एलिज़ाबेथ वॉरेन और जोश हॉले ने AI चिप्स के निर्यात पर और अधिक नियंत्रण की माँग की।
फरवरी 28: इंटेल ने ओहायो में अपने $28 बिलियन के फैब प्लांट की निर्माण प्रक्रिया फिर से टाल दी। यह अब 2030 तक पूरा नहीं होगा।
मार्च: नेतृत्व परिवर्तन और रणनीतिक पुनर्गठन
मार्च 12: इंटेल ने लिप-बू टैन को अपना नया CEO नियुक्त किया।
मार्च 18: टैन ने कहा कि इंटेल को एक बार फिर "इंजीनियरिंग-प्रथम कंपनी" बनाया जाएगा।
अप्रैल: पुनर्गठन और वैश्विक साझेदारी की पहल
अप्रैल 1: इंटेल ने अपने गैर-कोर यूनिट्स को अलग करने और कस्टम चिप्स लाने की योजना घोषित की।
अप्रैल 3: TSMC और इंटेल के बीच संभावित जॉइंट वेंचर की खबरें सामने आईं।
अप्रैल 9: एनवीडिया के CEO जेन्सन हुआंग ट्रंप के मार-ए-लागो रिसॉर्ट में देखे गए। रिपोर्ट्स के अनुसार उन्होंने अमेरिकी डेटा सेंटर में निवेश के बदले चिप प्रतिबंध से राहत पाने की कोशिश की।
अप्रैल 15: ट्रंप प्रशासन ने Nvidia के H20 चिप पर लाइसेंसिंग ज़रूरी किया।
अप्रैल 22: इंटेल ने 21,000 कर्मचारियों की छंटनी की घोषणा की।
अप्रैल 30: एंथ्रॉपिक ने AI चिप्स के निर्यात पर और कड़े नियंत्रण की माँग की। Nvidia ने इन दावों को "कहानी" कहा।
मई: अंतरराष्ट्रीय तनाव और अधिग्रहणों का दौर
मई 7: ट्रंप प्रशासन ने बाइडेन के प्रस्तावित AI डिफ्यूज़न नियम को नकारा।
मई 13: वाणिज्य विभाग ने बाइडेन के आदेश को आधिकारिक रूप से रद्द किया।
मई 20: इंटेल ने अपने टेलीकॉम फोकस्ड यूनिट्स को बेचने की योजना बनाई।
मई 21: चीन ने अमेरिका की Huawei चिप्स को लेकर नई चेतावनी दी।
मई 28: Nvidia ने रिपोर्ट किया कि H20 चिप प्रतिबंध से उसे $4.5 बिलियन का नुकसान हुआ।
मई 28: AMD ने Enosemi (फोटोनिक्स स्टार्टअप) को खरीदा।
जून: अधिग्रहण, अनुमान और छंटनी
जून 4: AMD ने Brium को खरीदा, जिससे वह Nvidia से मुकाबला कर सके।
जून 6: AMD ने Untether AI टीम को अधिग्रहण किया।
जून 13: Nvidia ने कहा कि वह चीन को अपने वित्तीय अनुमानों से हटा रहा है।
जून 17: इंटेल ने अपने फाउंड्री डिवीजन में 15-20% छंटनी की योजना बनाई।
जून 18: इंटेल ने इंजीनियरिंग पर केंद्रित चार नए लीडर्स की नियुक्ति की।
जुलाई: वैश्विक साझेदारियाँ और नीतिगत उथल-पुथल
जुलाई 14: Nvidia ने पुष्टि की कि वह चीन में H20 चिप्स फिर से बेचना शुरू करेगी। RTX Pro नामक एक नया चिप भी पेश किया।
जुलाई 14: मलेशिया ने AI चिप्स के निर्यात पर ट्रेड परमिट की नीति लागू की।
जुलाई 16: अमेरिकी व्यापार सुरक्षा प्रमुख ने कहा कि चिप बिक्री की अनुमति अमेरिका-चीन व्यापार वार्ता से जुड़ी है।
जुलाई 17: यूएई और Nvidia के बीच चिप सौदा सुरक्षा चिंताओं के चलते रोका गया।
जुलाई 23: ट्रंप प्रशासन ने AI Action Plan जारी किया, लेकिन कोई स्पष्ट निर्यात नियंत्रण नीति नहीं बताई।
जुलाई 24: इंटेल ने जर्मनी और पोलैंड की फैक्ट्रियों की योजनाएं रद्द कीं और साल के अंत तक कर्मचारियों की संख्या 75,000 करने का लक्ष्य रखा।
निष्कर्ष:
2025 अमेरिका के सेमीकंडक्टर परिदृश्य के लिए संघर्ष, रणनीति और समायोजन का वर्ष रहा है। Intel, AMD और Nvidia जैसे दिग्गजों ने आंतरिक पुनर्गठन, अधिग्रहण और विदेश नीति के दबावों का सामना किया। नीति निर्माण, निर्यात नियंत्रण और अंतरराष्ट्रीय व्यापार अब केवल तकनीकी मुद्दे नहीं रह गए हैं, बल्कि यह राष्ट्रीय सुरक्षा और वैश्विक प्रभुत्व का भी सवाल बन चुके हैं।
AI की दौड़ में सेमीकंडक्टर सबसे शक्तिशाली हथियार बन चुके हैं — और 2025 ने यह स्पष्ट कर दिया कि यह उद्योग अब केवल "टेक्नोलॉजी" नहीं बल्कि "जियोपॉलिटिक्स" है।
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